ज्यादा Mutual Funds Returns पाने की 8 रणनीतियाँ

Mutual funds returns 2024: 2024 में भारतीय बाजार की स्थिति काफी महत्वपूर्ण और चुनौतीपूर्ण हो सकती है। वैश्विक अर्थव्यवस्था में सुधार के संकेत और घरेलू नीतियों में परिवर्तन के कारण निवेशकों के लिए यह एक आकर्षक और अस्थिर वर्ष हो सकता है। इस समय बाजार अपने सर्वोच्च स्तर पर है, और ब्याज दरें भी उच्च स्तर पर बनी हुई हैं जो पिछले कुछ महीनों से बनी हुई हैं। इस वित्तीय वर्ष के अंत तक एक या दो बार दरों में कटौती की संभावना भी है। इन स्थितियों में म्यूचुअल फंड्स में निवेश करते समय आपको विशेष सावधानी बरतनी होगी। इस बदलते परिवेश में अधिकतम रिटर्न प्राप्त करने के लिए इन 8 रणनीतियों को अपनाना महत्वपूर्ण है।

1. अपने निवेश लक्ष्यों को स्पष्ट करें

निवेश करते समय सबसे पहले यह सुनिश्चित करें कि आपके निवेश लक्ष्य क्या हैं। क्या आप लंबी अवधि के लिए निवेश कर रहे हैं या फिर आपकी योजना कुछ सालों के भीतर ही पैसा निकालने की है? निवेश लक्ष्य के अनुसार म्यूचुअल फंड्स का चयन करना महत्वपूर्ण है। उदाहरण के लिए, अगर आपका लक्ष्य रिटायरमेंट के लिए बचत करना है, तो आपको उन फंड्स में निवेश करना चाहिए जो लंबी अवधि में अच्छे रिटर्न देते हैं।

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2. जोखिम सहने की क्षमता को समझें

Mutual funds returns 2024

निवेश करते समय सबसे पहले यह सुनिश्चित करें कि आपके निवेश लक्ष्य क्या हैं। क्या आप लंबी अवधि के लिए निवेश कर रहे हैं या फिर आपकी योजना कुछ सालों के भीतर ही पैसा निकालने की है? निवेश लक्ष्य के अनुसार म्यूचुअल फंड्स का चयन करना महत्वपूर्ण है। उदाहरण के लिए, अगर आपका लक्ष्य रिटायरमेंट के लिए बचत करना है, तो आपको उन फंड्स में निवेश करना चाहिए जो लंबी अवधि में अच्छे रिटर्न देते हैं।

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3. पोर्टफोलियो में विविधता लाएं

अपने सभी पैसे को एक ही प्रकार के म्यूचुअल फंड्स में निवेश न करें। अपने पोर्टफोलियो में विविधता लाएं। इक्विटी, डेट, हाइब्रिड, और अन्य प्रकार के म्यूचुअल फंड्स में निवेश करके आप जोखिम को कम कर सकते हैं और बेहतर रिटर्न पा सकते हैं। विविधता से आप मार्केट के उतार-चढ़ाव के प्रभाव को कम कर सकते हैं और स्थिर रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं।

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4. नियमित समीक्षा और पुनर्संतुलन (Rebalance)

निवेश करने के बाद उसे नियमित रूप से समीक्षा करना और जरूरत पड़ने पर पुनर्संतुलन (Rebalance) करना आवश्यक है। मार्केट की स्थिति और आपके निवेश लक्ष्यों के अनुसार अपने पोर्टफोलियो में बदलाव करें। इससे आपको यह सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी कि आपका पोर्टफोलियो आपके निवेश लक्ष्यों के अनुरूप बना हुआ है और बेहतर रिटर्न प्रदान कर रहा है।

5.तेजी और मंदी के बाजार में रणनीति

बुल मार्केट में, जब बाजार उच्च स्तर पर हो और फंडामेंटल से आगे कारोबार कर रहा हो, तो इक्विटी म्यूचुअल फंड से धीरे-धीरे डेब्ट म्यूचुअल फंड में स्विच करना या अगर आप हाइब्रिड फंड में हैं, तो डेब्ट में निवेश को बढ़ाना और इक्विटी में कमी करना बुद्धिमानी होगी। इस तरीके से आप बाजार के किसी भी गिरावट में अपने रिटर्न की सुरक्षा कर सकते हैं। उसी तरह, बियर मार्केट में आपको इक्विटी में डेब्ट के मुकाबले अधिक निवेश करना चाहिए, ताकि जब यह फिर से तेजी के बाजार में बदल जाता है, तो आपको ऊंची इक्विटी कीमतों से लाभ हो सकता है।

6. सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) का लाभ उठाएं

SIP के माध्यम से आप नियमित रूप से छोटे-छोटे निवेश कर सकते हैं, जिससे मार्केट के उतार-चढ़ाव का प्रभाव कम हो जाता है। इसके साथ ही आप लंबी अवधि में अच्छा रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं। SIP निवेशकों को अनुशासन में रहने में मदद करता है और एक निश्चित समय पर निवेश की आदत को बढ़ावा देता है।

7. व्यवसाय और अर्थव्यवस्था की जानकारी रखें

म्यूचुअल फंड्स के प्रदर्शन पर व्यवसाय और अर्थव्यवस्था की स्थिति का सीधा प्रभाव पड़ता है। इसलिए, बाजार की स्थिति, अर्थव्यवस्था की स्थिति और संबंधित समाचारों पर नजर रखें। 2024 में उच्च मुद्रास्फीति दर और ब्याज दरों के उच्च स्तर पर बने रहने के बीच, आपको सही समय पर सही निर्णय लेने में मदद मिलेगी।

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इसके अलावा, निवेश से जुड़े सरकारी नीतियों और विनियमों पर भी ध्यान दें। नई नीतियों और नियमों का अध्ययन करें और समझें कि वे आपके निवेश पर कैसे प्रभाव डाल सकते हैं। व्यवसाय जगत और आर्थिक परिवेश की जानकारी रखने से आप सही समय पर अपने निवेश को सही दिशा में ले जा सकते हैं और संभावित जोखिमों से बच सकते हैं। विशेष रूप से, इस वित्तीय वर्ष के अंत तक संभावित एक या दो बार दरों में कटौती की संभावना पर ध्यान दें, जो बाजार के माहौल को प्रभावित कर सकती है।

8. कर योजनाओं का लाभ उठाएं

म्यूचुअल फंड्स में निवेश करते समय कर (Income Tax) योजनाओं का भी ध्यान रखें। ELSS (Equity Linked Savings Scheme) जैसे फंड्स में निवेश करने से आप टैक्स बचा सकते हैं और साथ ही अच्छे रिटर्न भी प्राप्त कर सकते हैं। टैक्स बचत के साथ-साथ यह फंड्स आपको लंबी अवधि में अच्छे रिटर्न का भी अवसर प्रदान करते हैं।

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