Hathras Stampede: उत्तर प्रदेश में भगदड़ से मचा कहर, 87 की मौत

Hathras Stampede

उत्तर प्रदेश के हाथरस में सत्संग के दौरान भगदड़ (Hathras Stampede) मचने से 87 लोगों की मौत हो गई। यह घटना मंगलवार को पुलरई गाँव में हुई, जहाँ सैकड़ों श्रद्धालु एक धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए इकट्ठा हुए थे।

Hathras Stampede: घटना का विवरण

Stempede

हाथरस जिले के पुलरई गाँव में आयोजित एक सत्संग कार्यक्रम के दौरान अचानक भगदड़ मच गई। इस हादसे में 87 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, कार्यक्रम के अंत में जब लोग लौट रहे थे, तब भीड़ बढ़ने से यह हादसा हुआ। भगदड़ की वजह से कई लोग एक-दूसरे के नीचे दब गए और उन्हें बचने का मौका नहीं मिला।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रतिक्रिया

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना (Hathras Stampede) पर शोक व्यक्त किया और तुरंत राहत कार्यों के लिए निर्देश जारी किए। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में लिखा, “संबंधित अधिकारियों को राहत एवं बचाव कार्यों के युद्ध स्तर पर संचालन और घायलों के समुचित उपचार हेतु निर्देश दिए गए हैं। प्रदेश सरकार के मंत्री श्री लक्ष्मी नारायण चौधरी और संदीप सिंह घटना स्थल के लिए रवाना हो चुके हैं।”

प्रशासन की कार्रवाई

हाथरस के जिला अधिकारी (DM) आशीष कुमार ने बताया कि जिला प्रशासन इस मामले की जाँच कर रहा है। उन्होंने कहा, “घायलों को अस्पताल पहुंचाया जा रहा है और लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला जा रहा है। घटना के कारणों की जाँच के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया गया है। हमारी प्राथमिकता घायल लोगों और मृतकों के परिजनों को हर संभव सहायता प्रदान करना है।”

SSP एटा, राजेश कुमार सिंह ने बताया कि इस घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और राहत दल मौके पर पहुंच गए थे। उन्होंने कहा, “बड़ी संख्या में लोग सत्संग के लिए इकट्ठा हुए थे और अचानक हुई भगदड़ से यह हादसा हुआ।”

चश्मदीदों का बयान

Hathras

सत्संग में आई एक महिला ने हादसे की जानकारी देते हुए बताया, “सत्संग खत्म होने के बाद हम लोग निकलने लगे। भीड़ बहुत ज्यादा थी, तभी अचानक भगदड़ मच गई जिससे कई लोग एक-दूसरे के नीचे दब गए। मेरे साथ आए कई लोगों की जान चली गई है। मैं भी दब गई थी। लगा था कि मौत हो जाएगी, लेकिन किसी तरह से बच गई।”

प्रशासनिक निर्देश

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना स्थल पर राहत और बचाव कार्यों की निगरानी के लिए एडीजी आगरा और कमिश्नर अलीगढ़ के नेतृत्व में एक टीम गठित की है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि घटना के कारणों की विस्तार से जाँच की जाए और भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के उपाय किए जाएं।

हेल्पलाइन नंबर

घटना को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ने दो हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं – 05722227041 और 05722227042, ताकि आम जनता को सहायता मिल सके।

हाथरस Stampede ने उत्तर प्रदेश के प्रशासनिक तंत्र को एक बार फिर से सक्रिय कर दिया है। इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना ने सैकड़ों परिवारों को शोक में डाल दिया है और प्रशासन को यह सुनिश्चित करना होगा कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। भविष्य में सत्संग जैसे बड़े आयोजनों में सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण के सख्त उपाय किए जाने चाहिए, ताकि श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

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